दोस्तों जैसा कि आप सब लोग जानते हैं कि मनरेगा मेट वह व्यक्ति होता है जो गांव में मनरेगा के कार्यों को पूरा करता है जैसे कि अगर आपके गांव में कोई मनरेगा के तहत काम हो रहा है तो आपके गांव का कोई मेट उसे कार्य को करवाता है आज हम जानेंगे कि अगर आप भी मनरेगा की मीट हो तो आपको कौन-कौन से स्टेप को फॉलो करना पड़ेगा क्योंकि सरकार ने मनरेगा मेट की खिलाफ हाल ही में बहुत कार्रवाई की है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी यानी मनरेगा इसके तहत भारत के अधिकांश गांव में 100 दिन का गारंटी रोजगार दिया जाता है जिससे गांव में रहने वाले गरीब व्यक्तियों की रोजी-रोटी का साधन इस योजना को बोलते हैं नरेगा योजना नरेगा योजना में 100 दिन तक गांव के हर व्यक्ति को रोजगार दिया जाता है लेकिन आज हम बताएंगे कि जो व्यक्ति मनरेगा का कार्य करता है उसको कहते हैं मेट हल दिनों में मनरेगा मेट पर बहुत कार्रवाई हुई है तो चलिए जानते हैं अगर आप भी मनरेगा की मेड हो तो आपको इन गलतियों को नहीं करना होगा।
मनरेगा के मेट हो तो इन 10 गलतियों से जरूर बचिए
मनरेगा, यानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, देश के गरीब और जरूरतमंद लोगों को रोज़गार देने का एक बड़ा जरिया है। इस योजना के तहत गांवों में लोगों को उनके ही इलाके में मजदूरी का काम दिया जाता है ताकि वे सम्मान से अपना जीवन चला सकें। इस पूरे सिस्टम में एक बहुत महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मेट की होती है। मेट वह व्यक्ति होता है जो मजदूरों को काम पर लगाता है, उनकी उपस्थिति दर्ज करता है और यह सुनिश्चित करता है कि सब कुछ सही तरीके से हो रहा है।
लेकिन, मेट की यह जिम्मेदारी बहुत बड़ी होती है और अगर आपने थोड़ी सी भी लापरवाही या चालाकी कर दी, तो सीधा असर आपकी नौकरी पर पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि अगर आप मेट हैं, तो आपको कौन-कौन सी 10 गलतियां नहीं करनी चाहिए:
1. हाजिरी हमेशा काम की जगह से ही लगाएं
आपको जब भी मजदूरों की उपस्थिति दर्ज करनी हो, तो वह उसी जगह से करनी होगी जहां काम हो रहा है। अगर आपने कहीं और से (घर से या किसी दूसरी लोकेशन से) हाजिरी लगाई तो ऐप के GPS से यह पकड़ में आ जाएगा और फिर आपके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
2. लोकेशन में छेड़छाड़ न करें बहुत से मेट लोकेशन बदलने या छिपाने की कोशिश करते हैं ताकि वे बिना साइट पर जाए भी हाजिरी लगा सकें। ये तरीका गलत है और सरकार इसे धोखाधड़ी मानती है। इसलिए जहां काम चल रहा हो, वहीं जाकर उपस्थिति दर्ज करें।
3. फर्जी हाजिरी न भरें
अगर कोई मजदूर काम पर नहीं आया है, तो उसकी उपस्थिति दर्ज करना गैरकानूनी है। यह सोचकर कि “बेचारा मजबूरी में नहीं आ पाया”, उसकी हाजिरी मत लगाइए। ऐसा करना आपके लिए भारी पड़ सकता है।
4. जितने मजदूर हों, उतनी ही हाजिरी लगाएं
अगर आपकी साइट पर केवल 5 मजदूर काम कर रहे हैं, तो सिर्फ उन्हीं 5 की हाजिरी लगाएं। कुछ लोग संख्या बढ़ाकर फर्जी हाजिरी भर देते हैं, ताकि ज़्यादा मजदूरी दिखे — यह सीधा घोटाला है और ऐसा करने पर मेट की नौकरी जा सकती है।
5. फोटो में सही लोग दिखें
मनरेगा ऐप से हाजिरी लगाते समय फोटो खींचना जरूरी होता है। अगर 5 महिलाएं और 5 पुरुष काम कर रहे हैं, तो फोटो में भी वही लोग दिखने चाहिए। पुराने फोटो, किसी और की फोटो या खाली साइट की फोटो लगाना नियम के खिलाफ है।
6. बिना काम के हाजिरी मत लगाएं
कोई भी दिन जब मजदूर काम पर न आए हों, उस दिन की अटेंडेंस भरना धोखाधड़ी है। यह बहुत आम गलती है, लेकिन इसका रिकॉर्ड सरकार के पास होता है और वक्त आने पर आपके खिलाफ जांच हो सकती है।
7. ऐप या मोबाइल सेटिंग से छेड़छाड़ मत करें
कुछ लोग तकनीकी तरीके से ऐप की सेटिंग्स बदलते हैं या फर्जी लोकेशन दिखाने वाले ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं। यह साइबर क्राइम की कैटेगरी में आता है। इसलिए तकनीकी हेरफेर से बचिए।
8. हर काम में ईमानदारी रखें
आपका काम सिर्फ हाजिरी लगाना नहीं, बल्कि मजदूरों की मदद करना है। इसलिए यह ध्यान रखें कि जो मजदूर सच्चाई से मेहनत कर रहा है, उसे उसका पूरा हक मिले।
9. रिकॉर्ड हमेशा सही रखें
आपके द्वारा भरे गए सभी डेटा — जैसे मजदूरों की संख्या, कार्य का विवरण, फोटो और लोकेशन — सरकार के पास डिजिटल रूप में सुरक्षित रहते हैं। अगर इनमें कोई गड़बड़ी पाई गई, तो सीधा असर आपकी साख और नौकरी पर पड़ेगा।
10. ये न सोचें कि कोई नहीं देख रहा
अभी तक पूरे भारत में 3,000 से ज्यादा मेट्स पर कार्रवाई हो चुकी है, जिन पर फर्जीवाड़े का आरोप था। यह मत सोचिए कि आपकी छोटी सी गलती किसी को नहीं पता चलेगी। हर चीज़ डिजिटल सिस्टम से जुड़ी है, और हर डाटा की जांच की जा सकती है
मनरेगा के मेट होना सिर्फ एक नौकरी नहीं, एक जिम्मेदारी है। अगर आप इन नियमों और बातों का ध्यान रखेंगे, तो न केवल आपकी नौकरी सुरक्षित रहेगी बल्कि आप गांव के लोगों की असली मदद कर पाएंगे। ईमानदारी, सच्चाई और समय पर काम करना यही आपके सफल मेट बनने की कुंजी है